•सुबह 11 बजे तमिलनाडु विधानसभा में हिंदी विरोधी बिल पेश होता है..•दोपहर 12.30 दिल्ली, पटना से चेन्नई में फोन बजता है! अरे बिहार चुनाव हरवा दोगे क्या? फिर दोपहर में ही 12.45 पर बिल वापस लिया जाता है..। तुम गिरोह बना कर हिन्दी,हिंदू,हिन्दुस्तान के खिलाफ साजिश करोगे और,देश देखता मौन रहेगा?
माना यह बिल वापस ले लिया गया लेकिन इस प्रकार का बिल लाने की सोच और हिम्मत को आप क्या कहेंगे? यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत में सबसे अधिक लोगों द्वारा बोले और समझे जाने वाली भाषा का ऐसा अपमान... एक भाषा से नफरत आखिर इसे क्या समझा जाए? ध्यान रहे यह बिल केवल हिंदी भाषा से नहीं अभी तो हिंदी वीडियो से भी नफरत को दर्शाता है