भोपाल गैस-काण्ड में रिव्यू पिटीशन को खारिज करने वाले इजरायल से भारत हथियार न ले, इस पिटीशन को साइन करने वाले !सर्वोच्च न्यायालय के वही सुविख्यात सेवा निवृत्त न्यायाधीश श्री बी सुदर्शन रेड्डी, जिन्होंने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के समूल नाश के लिए चलाये गए आंदोलन "सलवा जुडूम" पर रोक लगाई थी !
जागरूक देशवासियों को याद ही होगा कि आदिवासियों द्वारा••• आदिवासियों की मुक्ति के लिए चलाए गये "सलवा जुडूम" आंदोलन पर सफेदपोश अर्बन कैसे बौखला उठे थे और उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी !उस याचिका पर इन्हीं बी सुदर्शन रेड्डी और एसएस निज्झर की पीठ ने न केवल "सलवा जुडूम" को असंवैधानिक बताया, अपितु नक्सलियों के विरुद्ध लड़ने के लिए आदिवासी युवक-युवतियों की स्पेशल पुलिस ऑफिसर के रूप में भर्ती पर भी पाबंदी लगा दी !
स्मरण रहे कि आज उन्हीं आदिवासी युवक-युवतियों के बल पर अर्द्ध सैनिक बल नक्सलवाद के खात्मे में लगातार सफल हो रहे हैं ! अघोषित सलवा जुडूम ही नक्सलियों के खात्मे का आधार बन रहा है !इन्हीं बी सुदर्शन रेड्डी ने प्रशान्त भूषण की याचिका पर सरकार को आदेश दिया कि आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज में शहीद सैनिकों के बच्चों को प्रवेश में मिलने वाली छूट रद्द की जाये••• क्योंकि सैनिक जो सेवा करते हैं, उसके बदले में वेतन लेते हैं !
जब ये बी सुदर्शन रेड्डी रिटायर हुए तो इन्हें तेलंगाना जाति जनगणना समिती का अध्यक्ष बनाया गया, जिसमें इन्होंने अनुशंसा की कि मुस्लिम समुदाय को पिछड़ी जातियों वाली सुविधाएं मिलनी चाहिए, ओबीसी कोटा मिलना चाहिए !
कांग्रेस को चलाने वाला कुनबा नक्सलियों की तरह ही सत्ता बैलेट से नहीं, बुलेट और अराजकता से हासिल करना चाहता है, इसमें कोई शक नहीं है ! क्या आपको कोई शक है ? कांग्रेस भारत-विरोधी ताकतों के सौ खून माफ करने में भरोसा करती है !!