12 साल बाद महिला को याद आया कि उसका रेप हुआ है। ये भी याद तब आया जब एक हिंदू संत ने ममता बनर्जी के आतंक के खिलाफ आवाज उठाना शुरू किया। यदि यह संत ममता बनर्जी के विरुद्ध आवाज नहीं उठाते, हिंदु नरसंहार पर मूक रहते तो उस महिला को तथाकथित रेप याद नहीं आता।
पद्म श्री से सम्मानित और भारत सेवाश्रम संघ की मुर्शिदाबाद इकाई से जुड़े कार्तिक महाराज पर एक महिला ने गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का कहना है कि 2013 में महाराज ने उसके साथ छह महीने तक बलात्कार किया और उसे गर्भपात कराने के लिए मजबूर किया। 🤔जो भी हिंदू संत ईसाई मिशनरीज के मत्तांतरण और हिंदू नरसंहार के विरुद्ध खड़ा होगा उसके ऊपर आज नहीं तो कल आप लगेंगे ही। आशाराम बापू का ही केस याद कीजिए।