5 जून को आप सभी ने पर्यावरण दिवस मना लिया और अलग अलग तरह के फोटो भी खींचे होंगे, कुछ संकल्प भी दोहराए होंगे लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक और रात को सोने से उठने तक आप पर्यावरण को कितना दूषित करते हैं... जिनमें से कुछ पर तो आप आसानी से कंट्रोल कर सकते हो लेकिन आप यदि 1 दिन के पर्यावरण प्रेमी हो तो आपके लिए वो भी संभव नही
हम यहां बहुत बड़ी-बड़ी बातें नहीं करेंगे क्योंकि वह तो बड़े-बड़े पर्यावरण प्रेमी करते हैं हम ठहरे छोटे-मोटे पर्यावरण प्रेमी तो छोटी-छोटी बातें करेंगे जो आप आसानी से ध्यान देकर समझे तो पर्यावरण को बहुत लाभ पहुंच सकता है। हमें बस इतना देखना है कि सुबह से रात तक हम ऐसे क्या-क्या काम करते हैं जिनमें थोड़ा सा मोडिफिकेशन पर्यावरण को बहुत अधिक लाभ पहुंचा सकता है
बहुत ध्यान से स्टेप वाइस पूरा पढ़ें और पर्यावरण की सुरक्षा में वास्तविक सहयोग करें...👇
सुबह उठकर वॉशरूम जाकर हम केमिकल वाले हैंड वॉश से हाथ धोते हैं.. हम इस केमिकल वाले हैंड वॉश को रिप्लेस कर सकते हैं
उसके बाद हम ब्रश करते हैं वहां भी केमिकल वाले बड़ी बड़ी कंपनियों के टूथपेस्ट छोड़ यदि आयुर्वेदिक टूथपेस्ट या दंत मंजन का प्रयोग कर सकते है
अब हम नहाने जाते हैं तो फिर केमिकल वाला साबुन, शैंपू जिसे हम आसानी से रिप्लेस कर सकते है .. अनेकों गौशालाएं और गौसेवक 100% केमिकलफ्री साबुन बना रहे हैं
अब नहाने के बाद आती है सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया जो वास्तव में हैं पर्यावरण के पोषण के लिए लेकिन आज के इस युग में वो प्रक्रिया पर्यावरण को बड़ी हानि पहुंचा रही है...👇🏻
पूजा - अगरबत्ती, धूप, दीपक, हवन ये ऐसी क्रियाएं हैं जो हमारे घर और पर्यावरण को शुद्ध करती हैं "यदि इनमें उपयोग किए गए उत्पाद शुद्ध" हों, लेकिन दुर्भाग्य की आजकल अधिकतर पूजा साधन भी पूरी तरह अशुद्ध हो चुके हैं जिनमें तरह तरह के केमिकल प्रयोग किए जा रहे है.
इसपर सबसे अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि इन जहरीले उत्पादों का प्रयोग हमारी पूजा को विफल बनाते हैं, हमारे परिजनों का स्वास्थ्य बिगाड़ते हैं और हमारे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाते हैं
आप ये सभी उत्पाद पूर्णतः शुद्ध प्राप्त करना चाहते है तो अपने आस पास देखिए कि कोई गौशाला या गौसेवक है? यदि हैं तो उनसे ही के भले ही वो आपके मन मुताबिक खुशबू ना दे या थोड़ा जलने में भी दिक्कत करे .. क्योंकि ये केमिकल मुक्त है तो ऐसा कुछ हो सकता है।.. यदि कोई गौपालक या गौशाला आपके आस पास ना हो तो एकात्मिता गौमय उत्पाद से संपर्क करें (7710096258 ) वो पूरे भारत में गौसेवकों द्वारा तैयार शुद्ध, सात्विक गौमय उत्पाद पहुंचाते हैं..वो भी उचित दाम में बिना किसी अतिरिक्त कोरियर शुल्क के।
पूजा पाठ के बाद हम जब सब्जी, फल एड खरीदते हैं तो थैलियों का प्रयोग करते है जो बड़ी आसानी से बंद किया जा सकता है बस आपको छोटे बड़े कपड़े के थैले 1 बार खरीदने हैं और जब भी मार्केट जाएं उन्हें साथ लेते जाएं और थैली को बिल्कुल ना कहें
अब आप गाड़ियों के प्रयोग की बात करें तो छोटी दूरी के लिए पैदल, साइकिल अथवा इलेक्ट्रिक बाइक आदि का प्रयोग कर सकते हैं
कुछ भी वस्तु खरीदें तो देखें कि इससे पर्यावरण को कोई हानि तो नहीं, पेड़ पौधों, पशु पक्षियों को काटकर/ मारकर बनते गए उत्पाद पूरी तरह बॉयकॉट करने चाहिए
और कंडीशन का अधिक प्रयोग पर्यावरण को तो नुकसान पहुंचा ही रहा है हमारी सेहत भी बिगाड़ रहा है इसका प्रयोग कम से कम करें तो उत्तम