क्या आप सोच सकते हैं कि एक मानसिकता मूर्ति पूजा से इतनी चिढ़ती है कि वो मूर्ति पूजा के सामने रेप को भी बहुत कम अपराध समझती है... सुनिए क्या बोल रहा है ये भाईजान.. इसके मजहब के अनुरूप रेप कोई से कही बड़ा अपराध मूर्तिपूजा है... कितनी नफरत भरी है हिंदुओं के प्रति सोचिए
मूर्ति हराम, प्रसाद हराम , गौमांश पसंदीदा, हिंदू लड़कियों को फंसाना जन्नत जाने का रास्ता... फिर भी महान हिंदू इस मानसिकता को अपना भाई समझते हैं....इतने मूर्ख कैसे हो सकते हैं हिंदू