समय समय पर जागरूक हिंदुओं द्वारा एक जेहादी मानसिकता के बहिष्कार का आवाहन किया जाता है लेकिन हमारे सेकुलर हिंदू किसी को मानते कहां है, और फिर ऐसा ही होता है.. एयरटेल फाइबर लगाने के लिए कंपनी ने एक तकनीकी भेजा नाम था साहिल खान। बंदा अपनी मानसिकता के अनुरूप महिला को अकेले पाकर छेड़छाड़ करने लगा , वो तो महिला का भाग्य अच्छा था को महिला का शोर पड़ोसियों तक पहुंचा और उन्होंने महिला को बचा लिया तथा जेहादी को जमकर पिटाई कर दी
वो तो भाग्य अच्छा था कि महिला बच गई वरना क्या होता ये बताने की आवश्यकता नहीं। आखिर हिंदू क्यों इतनी सी बात नहीं समझते और क्यों प्रतीक्षा करते हैं कुछ गलत होने का। अरे मूर्खों सम्भल जाओ वर्ना कुछ गलत हुआ तो अपने आप को क्षमा नहीं कर पाओगे... पूरी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी तुम्हारे सढ़े हुए सेक्युलरिज्म के कारण... वो सेक्युलरिज्म को इंदिरा ने इमरजेंसी के दौरान संविधान में इंजेक्ट किया... अब उसे रिजेक्ट करने का समय आ चुका है... #SayNoToSecukarism