यह बात तो सभी को पता होगी कि भगवान जगन्नाथ का रथ एक मजार के सामने रोका जाता है और ऐसा क्यों होता है यह भी आप गूगल पर सर्च करेंगे तो बहुत आसानी से मिल जाएगा लेकिन इस बारे में बचपन में हमने कुछ और ही सुना था आज इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपको वही बताएंगे सच्चाई क्या है और क्या नहीं ये तो आपको खुद हो निर्णय करना होगा
गूगल पर सर्च करेंगे तो आपको सालबेग नामक एक जगन्नाथ के मुस्लिम भक्ति के बारे में बताया जाएगा और उसी की मजार के सामने भगवान जगन्नाथ का रथ अपने भक्त की भक्ति के कारण रुकता है ऐसा आप पढ़ पाएंगे...लेकिन हमने तो कुछ और ही सुना था
हमें बचपन में यह बताया गया था कि बहुत वर्ष पहले भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा हर वर्ष की तरह निकल जा रही थी तभी अचानक मार्ग में एक मझबाई ठिकाना 🕌पड़ा जहां कुछ कट्टरपंथियों ने उसे रथ यात्रा को रोकने का प्रयास किया और वहां से नहीं जाने दिया अंततः रथ यात्रा कहीं और से डायवर्ट की गई लेकिन उसके तुरंत बाद जो हुआ वह हैरान कर देने वाला था
उस मजहबी ठिकाने पर पानी में से लगातार कीड़े आने लगे और यह देखकर वहां के कट्टरपंथी हैरान रह गए फिर उन्हें समझ में आया कि भगवान जगन्नाथ का रथ रोकने और यहां से नहीं निकलने देने के कारण यह हादसा हुआ है
उसके बाद उन लोगों ने उस रथ को पुन उसी मजहबी ठिकाने के सामने से निकाला और वहीं खड़ा रखकर उसकी पूजा भी की और तब से यह काम लगातार चलता रहा है
अब जो बात आप गूगल पर सर्च करके पढ़ सकते हैं वह सही है या जो हमने बचपन में अपने बड़ों से सुनी थी वह सही है यह तो हम नहीं कह सकते लेकिन यदि एक मानसिकता का गहराई से अवलोकन करें तो आसानी से समझ पाएंगे कि कौन सी बात सही हो सकती है और कौन सी गलत .... आजकल क्या सच है और क्या झूठ पता ही नहीं चलता....इतिहास भी कैसे तोड़ मरोड़कर पढ़ाया गया है वो हम सब समझ ही रहे है..
भगवान जगन्नाथ सबका भला करें
जय जगन्नाथ