ये हेमराज यादव है कथावाचक है ये सीतापुर में एक कथा के दौरान कह रहा है कि लंका में हनुमान जी कुत्ते के माफ़िक़ घुम रहे थे । अब बताइए क्या कोई भी धर्म का जानकार , कोई कथावाचक सपने में भी हनुमान जी के प्रति ऐसी सोच अपने मन में ला सकता है। इसी की इटावा में धुलाई हुई और उसका कारण भी इसकी हरकतें बताई गई लेकिन राजनीति गिद्धों ने इस मामले को हिंदुओं में फुट डालने के लिए प्रयोग किया।
दुर्भाग्य है कि जिस मंच पर बैठकर ये जाहिल हनुमान जी को लेकर ऐसी घटिया सोच का परिचय दे रहा है उसे उसी क्षण नहीं रोका गया और माफी नहीं मंगवाई गई। अब यही बन्दा कथावाचक बनकर महिलाओं से छेड़छाड़ कर रहा है और यही कारण है कि इसे पीता गया, बाल काटे गए...और अब इसके कटे बालों का प्रयोग विपक्षी राजनीति में हो रहा।