वो बंगाल पुलिस जो मुर्शिदाबाद से लेकर मालदा उत्तर 24 परगना में हुए दंगों पर हाईकोर्ट से फटकार खाती है वह एक माफी मांग चुकी 22 साल की लड़की को पकड़ने के लिए बंगाल से गुड़गांव तक 1500 किलोमीटर क्यों चली जाती है? वह जो अपने घर को नहीं संभाल पाई वह एक लड़की को पकड़ने के लिए इतनी ज्यादा तत्पर होती है किस लिए...?
वीडियो में पुलिस , प्रशासन से किए गए सवाल तो आपने सुन लिए लेकिन अब आप खुद सोचिए कि आखिर क्यों सरकार प्रशासन पुलिस यहां तक कोर्ट भी एक विशेष मानसिकता के अनुरूप कार्यकर्ता नजर आता है? इसका उत्तर है भीड़ तंत्र और उसका संगठित दबाव जो हिंदू कभी नहीं कर पाते इसलिए पीड़ित रहते हैं।