ये सुन लो सच्चाई और जिसे प्यारे है इस्लामिक मुल्क वो पहुंच जाएं वहां... वाकई बड़ा ख़ुसूरत है मजहब.. महिलाएं तो वैसे भी खेती कही गई हैं.. फिर भी जिन्हें अब्दुल पसंद है वो अब्दुल की मानसिकता को ये सच्चाई भी जान लें तो अच्छा है
भारत में कई जाहिल ज्ञान देते नहीं थकती की हिंदू धर्म में महिलाओं को सम्मान नहीं दिया जाता, उन्हें दबाकर रखा जाता है लेकिन वो ये सच्चाई नहीं बताते कि इस्लामिक मुल्कों में औरतों को किस प्रकार का सम्मान दिया जाता है जो उनके मत से जायज भी है...