अमेरिका की बेचैनी दिख गई, लेकिन चीन की दिखाई नहीं दे रही...लेकिन ये दोनों बहुत बेचैन हैं, युध्द रोकने के हर संभव प्रयास को कर रहे हैं....क्योकिं अमेरिका का F16 एवं अन्य मिसाइल और चाइना के तमाम रक्षा उपकरण सब के सब कबाड़ साबित होकर बेनकाब हो रहे हैं
इससे इन दोनों का भारी भरकम रक्षा मार्केट बुरी तरह से प्रभावित हो रहा, विश्व मे अब इन दोनों को अपना माल बेचना बेहद कठिन हो जाएगा। मोदी जी जैसे अति सक्षम नेतृत्व को बारंबार धन्यवाद कीजिये,क्योकिं वो न किसी की सुन रहे और न किसी के दबाव में आ रहे। इसी नेतृत्व का इंतजार था देश की सेना को क्योंकि सेना तो तब भी सक्षम थी अब भी है और आगे भी रहेगी बस नेतृत्व अब दमदार मिला है