अत्यंत हर्ष की बात है कि मोदी सरकार ने वक्फ अमेंडमेंट बिल को दोनों सदनों में पास करवा लिए लेकिन इस बिल के पास होने के बाद भी कुछ गंभीर सवाल खड़े हो गए है जिनपर पूरे हिंदू समाज को अत्यंत गंभीरता से विचार करना हो होगा.. "मुझे मुस्लिमों का भय नहीं , ईसाइयों से भी नहीं मुझे तो हमारे गद्दार हिंदुओं का भय है..।
अच्छी बात है कि 288 वोटों के साथ लोकसभा में बिल पास हो गया लेकिन विचार कीजिए कि 232 वोट विपक्ष में पड़े.. क्यों? आखिर वक्फ अमेंडमेंट बिल के विपक्ष में वोट डालने वाले किसे खुश कर रहे है और उन्हें वोट कौन दे रहा है? सोचिए हम 100 करोड़ और हमारे 288 वोट, लेकिन वोट 40 करोड़ , उनके 232 वोट.. ये स्थित कितने समय में बदल सकती है... विचार कीजिए.. विषय अत्यंत गंभीर है...