एक तरफ पाकिस्तान मुर्दाबाद के पोस्टर से मुसलमान आहत हुए और और BJP विधायक बालमुकुंदाचार्य पर FIR करवादी वहीं दूसरी तरफ मीडिया दिखा रहा है कि रायपुर में मुसलमानों ने आतंकियों का पुतला फूंका। मीडिया जल्द ही सिद्ध कर देगी कि सभी मुसलमान एक जैसे नहीं होते , ये भी सिद्ध करने का प्रयास किया जायेगा कि धर्म पूछकर गोली मारने की बात गलत है, और हिंदू तो वैसे ही इन्हीं सब के लिए तैयार बैठे होते है.. बस थोड़े दिन हो हल्ला करेंगे दिए वापस निकल पड़ेंगे भाईचारे की राह पर
दैनिक भास्कर दिखा रहा है कि कैसे मुस्लिम समुदाय आतंकवाद के विरुद्ध खड़ा है, मुसलमान आतंक से नफरत करते हैं🤷 लेकिन मीडिया वाले ये नहीं बताएंगे कि मुसलमानों की भावनाएं इसलिए आहत हो गई की मस्जिद पर पाकिस्तान मुर्दाबाद के पोस्टर लगा दिए गए। अरे आखिर क्यों दिक्कत है एक आतंकी देश के मुर्दाबाद के पोस्टर खुदा के घर पर लगाने से ? हिंदू मंदिर पर ऐसे पोस्टर लगेंगे तो वो कभी इसका विरोध नहीं करेंगे , अपराधी हिंदू होंगे तो भी अपराधियों का विरोध मंदिरों से होता आया है.. । लेकिन पाकिस्तान और आतंकवादियों के लिए एक मानसिकता सदैव नतमस्तक होती है और वो देश के लिए अत्यंत घातक है