मुस्लिम डॉक्टर रिजवान अहमद ने जो कहा, वो कहने की हिम्मत आज तक लाखों रुपए प्रति भागवत्, कथा वाचक या तथाकथित हिन्दू धर्म गुरु कहने का साहस नहीं जुटा पाये।अवश्य सुनें - ओरों को , अपनों को भेजें।
यदि हिंदू कुछ ना करे और केवल अपने धर्म, अपनी परंपराओं का सम्मान करना शुरू कर दे, अपने शास्त्रों को पढ़ना शुरू कर दे तो अधिकतम समस्या स्वयं हो नाश हो जाएगी