आज से लगभग 10 वर्ष पहले गोवा के मंत्री की पत्नी ने साफ शब्दों में कहा था कि बच्चों को कॉन्वेंट स्कूल में मत भेजो देश में दुष्कर्म कम हो जाएंगे साथ ही उन्हें बढ़ते दुष्कर्म का कारण महिलाओं के पश्चिम सभ्यता की नकल को भी बताया था। उस समय भले ही कोई माना होगा या नहीं लेकिन अब तो हर कोई इस बात को सच मानेगा ही... क्योंकि भारतीय शिक्षा पद्धति को नष्ट कर मैकाले जो पद्धति शुरू की वो भारत की आजादी के बाद भी वैसी की वैसी ही है और ये पद्धति शुरू ही भारतीयों को मानसिक गुलाम और बीमार बनाने के लिए की गई थी।
अब आज कल पश्चिमी सभ्यता की नकल करते हुए महिलाएं क्या कर रही है ये भी सर्वविदित है, किस प्रकार समाज में अश्लीलता, कामुकता भरी जा रही है और इन सब हरकतों को अभिव्यक्ति की आजादी , समानता का अधिकार आदि का नाम देकर समाज को पूरी तरह बर्बाद किया जा रहा है। सरकार को जल्द से जल्द गुरुकुल जैसी शिक्षा पद्धति को शुरू करना होगा होगा ताकि आने वाली पीढ़ियां मैकाले के जाल और पश्चिमी सभ्यता के मायाजाल से मुक्त हो सके