आखिर हिंदू राजनीति , संगठन ,प्रशासन आदि पर ही निर्भर रहेगा? कब हम नपुंसकता धारण किया रहेगा? अरे वो हमारा धर्म के आधार पर अंत कर सकते है, हमारी बहन बेटियों की अस्मिता तार तार कर सकते हैं तो क्या है केवल इनके बहिष्कार जैसा छोटा सा काम नहीं कर सकते? इतने जाहिल हैं हम..? आखिर कब तक जेहादियों, आतंकियों को मजबूत कर अपने ही हिंदुओं का खून बहने में उनका साथ दोगे..
बस यही एकमात्र समाधान है बाकी सब बेकार है 👇
करना हम सबको है , आज से शुरू करो जो उन्होंने किया
नाम पूछो पेट पर लात मारो, नाम पूछो काम से निकालो
नाम पूछो सामान मत खरीदो , नाम पूछो टैक्सी कैंसिल कर दो
नाम पूछो और पूर्ण बहिष्कार कर दो
एक से दो हफ्ते परेशानी होगी लेकिन नतीजे बहुत अच्छे आएंगे। ये भी नहीं कर सकते तो परिणाम तो भुगतना ही पड़ेगा..