जेहादियों की टीम A ने ग्राउंड पर अपना काम कर दिया है, यानी उन्होंने चुन चुन कर हिंदुओं का कत्लेआम कर दिया है। टीम B मोमबत्ती जला संदेश दे रही है के सब मुस्लिम एक जैसे नहीं होते हम सब भाई भाई है । टीम C इन आतंकियों के मां बाप ओर इसकी पढ़ाई बताएगा और क्यों आतंकी बना कैसे आर्मी ने इसे तंग किया ये सब लिखेगा। कुछ तो धर्म पूछकर किए गए नरसंहार को झुठला रहे है और एक खच्चर वाला जो भाग न पाने के कारण मारा गए उसे हाइलाइट कर रहे है... जबकि पीड़ितोंकी जुबानी पूरा सच सामने आ चुका है..
टीम D फैक्ट्स के नाम पर इसे आतंकी नहीं सिर्फ कोई पर्सनल दुश्मनी बताएगा और यहां तक हमलावर को हिंदू भी बता सकता है। टीम E उनके लिए मुकदमा लड़ेगा इनको फंडिंग देगा इनको कहेगा यह तो भटके हुए मासूम है इन्हें सजा न दिया जाए इन लोकल लोगो कि मदद के बिना ये संभल नही हो सकता। ये सिलसिला हमेशा ऐसा ही चलता रहेगा। इस toolkit के झांसे में मत आना हिंदुओं... इस बार पूर्ण बहिष्कार का संकल्प लेना भी है और इसे आजीवन पूर्ण निष्ठा से पूरा भी करना है..