अहीर की औलादो को गौशाला से दुर्गंध नहीं आती.... अहीर तो खुद को कृष्ण का गौ पाल कहलाने में गर्व महसूस करता है। अहीर की नही.... जहीर की औलादो को ही गौशाला से दुर्गंध आती है लेकिन बूचड़खानों और कसाइयों में से नहीं। लोगों का मानना की ये असली यदु नहीं.. अपितु यद मुल्ले हैं क्या ये गलता है..?
क्या महाराणा सांगा का अपमान करने वाली, गौशालाओं में दुर्गंध खोजने वाली, महाकुंभ का विरोध करने वाली, कारसेवकों पर गोली चलाने वाली पार्टी का कोई सच्चा हिंदू कभी भी सपोर्ट कर सकता है..?
जय गोपाल जय श्रीकृष्ण...... 😎