सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि एक बहुत बड़ा जंक्शन हो यह संकल्प ले रहा है कि जिहादियों का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया जाएगा उनसे किसी प्रकार से व्यापार, मित्रता आदि का कोई व्यवहार नहीं रखा जाएगा। क्या ऐसा ही संकल्प पूरे देश के हर हिंदू को नहीं लेना चाहिए।
माना संविधान का सम्मान करना है, संविधान के अनुसार आगे बढ़ना है, लेकिन जब खतरा क्या है यह हम सब समझते हैं फिर भी उसे खतरे को नजरअंदाज करके आगे बढ़ाना कहां था उचित है? सेकुलरिज्म और भाईचारे के चक्कर में अपनों की बलि देना कहां तक ठीक है? समस्त हिंदू समाज को विचार अवश्य करना चाहिए और अपनी तथा अपनों की सुरक्षा के लिए जिहादी मानसिकता के पूर्ण बहिष्कार का संकल्पलेना चाहिए।