देख को सेकुलर हिंदुओं कैसे भाईचारे वाले भाईजान खुलकर हिंदुओं के बहिष्कार का आवाह्न कर रहे हैं और इतना ही नहीं इसे आगे बढ़कर हिंदू मंदिरों के घंटे, हिंदुओं के भजन आदि के प्रति भी अपमानजनक बताएं बोलते हुए उनके विरुद्ध शिकायत कर उन्हें बंद करवाने का फरमाना दिया जा रहा है। ये अपने 5 बार बजने वाले भोंपू को प्रदूषण से नहीं जोड़ने लेकिन हिंदुओं के मंदिरों के घंटों से इन्हें प्रदूषण नजर आता है।
आखिर हिंदू तीर्थ स्थलों पर , हिंदू मेलों में इनकी एंट्री बैन की जाती है तो क्या गलत किया जाता है? जिन्हें घंटी, भजन सब प्रदूषण नजर आते है तो आखिर क्यों इन्हें हिंदू धर्म स्थलों पर व्यापार करना है? हिंदुओं को इस मानसिकता को पहचानते हुए इसका पर। रूप से बहिष्कार करना चाहिए और आपस में संगठित होकर स्वधर्म का पालन करते हुए इन्हें इनके षड्यंत्रों में सफल होने से रोकना चाहिए। हिंदुओं को चाहिए कि 5 बार बजते भोंपूओं के विरुद्ध देशभर में शिकायत दर्ज करवाए।