बरेली में यादव परिवार की नाबालिक बेटी को मोहम्मद वाहिद हुसैन ने 2 टुकड़ों में काटा। मस्जिद में ले जाकर धर्मांतरण भी किया था। बेटी को बचाने दौड़ी माँ को भी घोंपे चाकू। इस घटना पर अखिलेश यादव सहित किसी सेल्यूलर ने अपना मुंह नहीं खोला है।
ये खबर मई 2024 की है लेकिन हमें विश्वास है अधिकतर लोगों को इसकी जानकारी भी नहीं होगी.. क्योंकि ना मीडिया ने इसेनकव किया ना MY समीकरण वाले राजनीतिक यादवों ने इसे कोई खास महत्व दिया। इससे समझ आता है कि यादवों के केवल वोट लेने हैं बाकी उनकी जान की कोई कीमत नहीं इन राजनीति लाल टोपी वालों गिद्धों के मन में
पाञ्चजन्य की रिपोर्ट👇