आज मस्जिद के सामने स्टेच्यू का विरोध हो रहा है कल को मस्जिद के आस पास के लिए फिर मुस्लिम मोहल्ले के आस पास के लिए फिर शहर में स्टेच्यू का विरोध करेंगे। क्या प्रशासन को ऐसी बेबुनियाद मांगें माननी चाहिए? ये कैसा लॉजिक है कि महाराणा प्रताप का स्टेच्यू मस्जिद के सामने होने से नफरत की भावना पैदा होगी? ये कैसी घृणित मानसिकता है ये कैसा भाईचारा है.? यदि आज प्रशासन इनके सामने झुक जाता है तो भविष्य में ये पहले से लगे हुए स्टेच्यू आदि का भी विरोध कर सकते हैं।
खबर : न्यूज 18