अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ दुष्ट, पाखंडी लोग वृंदावन के विरले संत परम पूजनीय श्री प्रेमानंद जी महाराज के शंकराचार्य जी पर दिए गए संबोधन के वीडियो को फर्जी शंकराचार्य अर्थात ढोंगाचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के संबंध में जोड़कर भ्रम फैला रहे हैं यह एक प्रकार से उस महान संत प्रेमानंद जी को अपमानित करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोग सावधान हो जाएं प्रेमानंद जी को लेकर किया गया यह दुष्कृत्य आपके जीवन में बहुत भारी पड़ेगा राधा रानी आपको कभी क्षमा नहीं करेगी इस पाप का फल बहुत जल्द चुकाना पड़ेगा... राधे राधे
प्रेमानंद जी महाराज ने वीडियो में शंकराचार्य के प्रति जो कुछ कहा वहकिसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं अपितु महान शंकराचार्य के गुणगान में कहा.... लेकिन अविमुक्तेश्वरानंद जिसे पुरी शंकराचार्य ने भी शंकराचार्य मानने से मना कर दिया है, जिसे सभी 13 अखाड़ों ने शंकराचार्य मानने से इनकार कर दिया है और सुप्रीम कोर्ट ने इसके शंकराचार्य के रूप में पट्टाभिषेक पर रोक लगा दी थी वो शंकराचार्य नहीं ढोंगाचर्य है और उसके साथ महान संत प्रेमानंद जी का नाम जोड़ना महापाप है... सावधान ! ये पाप किसी भी कीमत पर ना करें... और जो अनजाने में कर चुके हैं वह अपनी भूल को जल्द से जल्द सुधारे, और राधा रानी से क्षमा याचना करें