मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगते ही उग्रवादी संगठनो ने हथियारो के साथ सेरेंडर करना शुरू कर दिया है😎😎और सेना ने भी सात दिन तक सेरेंडर करने का अल्टीमेटम दे रखा है उसकी बाद पकड़ कर रगड़ा जाएगा... सोचने वाली बात ये हैं आजादी से पहले जब यहां उग्रवाद नाम की कोई चीज ही नहीं थी तो 70 साल में यहां ऐसा क्या हुआ
और तब की सरकारो ने इन पर कार्यवाही करने की बजाय इनके लिए ही अलख कानून बना दिए जिसके आड़ में मणिपुर दशकों से जलता आ रहा और तब की सरकारें और अदालते खामोश रही... खैर अब सरकार के एक्शन पर बेचारे विपक्षी कुछ बोल भी नहीं सकते