इन दिनों प्रयागराज संगम में महाकुंभ लगा है और 144 वर्षों के पश्चात ऐसा योग बैठा है कि जिसे बहुत शुभ माना जा रहा है। प्रयागराज से खूब छवि आ रही है। सनातन रक्षक नागा साधु गंगा में डुबकी लगा रहे है। बीते दिन एक ऐसी छवि आँखों के समक्ष आई, जिसे देखकर लग रहा है कि वाकई समुद्र मंथन हो रहा है और महादेव ने विष ग्रहण कर लिया बाक़ी बचा अमृत पान के लिए भक्तगण दौड़ रहे है। इतनी अद्भुत और अलौकिक कृति उभरी है, इसे देखने पर महादेव का स्मरण हो रहा है स्वयं महादेव की देख रेख में महाकुंभ आयोजन चल रहा है। शिवगण झूमते हुए स्नान कर रहे है।
सनातन की इस मोहक और दिव्य बेला को देखने भर से मन तृप्त हो बैठा है। अगर एआई जनरेटेड नहीं है तो इसे क्लिक करने वाले पर प्रभु की कृपा रही है जो ऐसा दृश्य आया है। भगवा ध्वजों के साथ विश्व का सबसे विशाल और एकमात्र भक्तों का जुटान हो रहा है।