छोटी न्यूज़ बड़ी बात। चूड़ी बेचने वाले तस्लीम(फर्जी आधार कार्ड के साथ) के केस लड़ने के लिए दिल्ली से विशेषरूप से वकील आये अपराधी बरी। इसी को इको सिस्टम कहते हैं। सोच कर देखें इनकी तैयारी हर तरह से है। कानूनन रूप से यह हमसे ज्यादा मजबूत है। हमारा व्यक्ति अगर अपने धर्म की रक्षा का कार्य करते हुए किसी केस में उलझ जाता है तो उसकी सहायता करना तो दूर हमारे लोग उससे दूरी बना लेते हैं।
भाई हर किसी का अपना मानवाधिकार होता है, हो सकता है संसाधनों की तरह छेड़छाड़ का भी विशेष समुदाय को कोई खास अधिकार हो..! ऐसे रखेंगे महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध? जब दंड की जगह अपराध मुक्ति मिलेगी तो कैसे सुरक्षित होंगी महिलाएं?? ऐसे प्रश्न लोगों के दिमाग में यह कटिंग देखकर आ ही रहे होंगे और आने भी चाहिए... लेकिन कर कुछ नहीं सकते