यूपी था तो बच गया... कर्नाटक होता तो जमीन तो मिलनी ही नहीं थी लेकिन इसके साथ क्या होता इसका आपको अंदाजा होगा। उत्तर प्रदेश के एटा में सुनील उपाध्याय नाम का एक शख्स अपनी जमीन पर घर का निर्माण करा रहा था, जो एक दरगाह के पास स्थित है। अचानक, एक भीड़ पहुंची और सुनील और उसके परिवार के सदस्यों पर पथराव शुरू कर दिया और दावा किया कि जमीन वक्फ संपत्ति है।
कागजों की जांच के बाद पता चला कि जमीन कानूनी तौर पर सुनील उपाध्याय की है। अब पुलिस ने पथराव, हिंसा और जमीन को वक्फ संपत्ति बताने के आरोप में फरहान और रफीक को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस हिंसा में शामिल अन्य पत्थरबाजों की भी तलाश कर रही है.साथ में उस लालटोपी वाले को जो पत्थरबाजो को पुलिस से बचाने आया था
सोचिए न खबर बनी मीडिया में न कोई चर्चा यूपी था तो बच गया बर्ना तो न जमीन मिलती और शायद इसके खुद का भी पता नहीं की क्या होता। वक्फ के नाम पर न जाने कितनी जमीनें सपा कांग्रेस शासन में ली गई होगी...आपका एक गलत वोट आपकी अपनी जमीन के साथ साथ मंगल सुत्र भी नीलाम करा देगा