एक समय था जब एक शिक्षक का सम्मान हुआ करता था, बच्चे शिक्षक से डरते थे कि पढ़ाई नहीं की तो पिटाई लगेगी या सजा मिलेगी, गलियों के बाहर बच्चे खेल रहे होते थे और शिक्षक के आने की खबर लड़ती तो बच्चे छुप जाते थे । और आज क्या स्थिति है वो तो सब जानते ही है। कहीं कहीं तो बेचारे शिक्षक डरते हैं छात्रों से
बच्चे अनुशासन को नहीं समझेंगे तो उनका बिगड़ना तय है और यही कारण है कि आजकल बच्चों की मनःस्थिति बड़े भयानक तरीके से विकृत हो चुकी है। आधुनिक होने के नाम पर सही सिस्टम हो हम पीछे छोड़ आए और उसी कारण आज हम और हमारा समाज गलत राह पर निकल पड़ा है जो विकास से अधिक विनाश कर रहा है।