महाराष्ट्र चुनाव एक धर्मयुद्ध है, और महाराष्ट्र का ही क्यों अब हर चुनाव एक धर्मयुद्ध ही होगा जहां एक तरफ धर्म होगा और दूसरी तरफ अधर्म ... हर सनातनी राष्ट्रप्रेमी को धर्म हित में एकजुट होकर वोट देना होगा। याद रखना हिंदुओं एक हैं तो सेफ हैं और बंटेंगे तो कटेंगे
बटेंगे तो कटेंगे ये केवल योगी के शब्द नहीं अपितु ये एक पूर्ण सत्य है जिसके इतिहास में अनगिनत साक्ष्य भी उपस्थित है और वर्तमान में भी ये सच दिखाई दे रहा है... हिंदुओं को एकजुट होकर, जातिवाद , भाषावाद, प्रतिवाद, क्षेत्रवाद सब छोड़कर केवल और केवल सनातनी धर्मप्रेमी हिंदू बनकर वोट डालना है... और हां वोट जरूर डालना है..

