ऐसे अनेकों मामले सामने आ चुके हैं जहां हिन्दू शोभायात्रा, जुलुश, विसर्जन यात्रा आदि जब मुस्लिम बहुल इलाके से अथवा मस्जिद के सामने से निकलती हैं तो मुसलमानों द्वारा आपत्ति जताई जाती है और हिंदुओं पर पथराव किया जाता है यहां तक कि हिंदुओं की जान भी ले ली जाती है जिसका ताजा कांड बहराइच में हुआ। कुछ नेता इन जेहादियों हैवानों को जस्टिफाई करने के लिए कहते हैं कि मुस्लिम एरिया या मस्जिद के सामने से गए ही क्यों?
हमारा मत है कि यदि मुस्लिम इलाकों में हिंदुओं के साथ ऐसा किया जाएगा तो हिंदू इलाकों , हिंदू मंदिरों के सामने से भी मुसलमानों का गुजरना पूरी तरह वर्जित किया जाना चाहिए। प्रशासन भले ही कुछ करे ना करे देश के हिंदुओं को तो अपने क्षेत्र में किसी भी जेहादी को घुसने से रोकना चाहिए क्योंकि ये मानसिकता क्षेत्र की रेकी करती है ताकि समय आने पर जेहाद को अंजाम दे सके
जेहादियों का आतंक तब तक बढ़ता जाएगा जब तक उनका विरोध नहीं होगा, प्रतिकार नहीं होगा और हिंदुओं की आत्मरक्षा की तैयारी नहीं होगी। हिंदू यदि इन जेहादियों का बहिष्कार नहीं करेगा तो ये हमारे ही पैसों से हमारे ही अपनों को शिकार बनाते रहेंगे