देहरादून, उत्तराखंड दिनांक: 12 अक्टूबर
वीएचपी-बजरंग दल ने विकास वर्मा के नेतृत्व में शस्त्र पूजन कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें कई राइफल, पिस्तौल और तलवारें प्रदर्शित की गईं। कार्यक्रम के दौरान, एक वक्ता ने दावा किया कि उनका मानना है कि वास्तविकता का सामना करने पर, हिंदू समझेंगे कि धार्मिक ग्रंथों में वर्णित पाप लागू नहीं होंगे,
एक भी अधर्मी को मार दिया तो मोक्ष का द्वार खुल जायेगा।
अधर्मी वो है जो धर्म के विरुद्ध है, जो समाज, देश, विश्व के लिए खतरा है और ऐसे हैवानों की हत्या को वध कहते हैं जो शास्त्रों के अनुसार पाप नहीं अपितु पुण्य है जिसके कारण अनेकों अनेक लोग सुरक्षित हो जाते हैं। जब कोई अधर्मी अधर्म करे लोगों को प्रताड़ित करे लोगों का जीवन खतरे में हो जाए तो स्वरक्षा को ध्यान में रखते हुए अधर्मी का वध तो संविधान के अनुशार भी अपराध नहीं है। लेकिन वध बिना शस्त्रों के कैसे हो..?