दैनिक भास्कर में प्रकाशित यह समाचार देखिए और इसकी धूर्तता देखिए। यह लिख रहा है कि यह चंद्रबाबू नायडू का आरोप है, अब आप सोचेंगे कि राजनीति में मिथ्या आरोप तो लगते ही रहते हैं। अब साथ में ही पीले रंग में रंग कर पाठक का ध्यान आकर्षित करने के लिए लिखा है कि ब्राह्मण ही लड्डू बनाते हैं, यह अत्यंत भ्रामक ब्राह्मण विरोधी प्रचार है।
भ्रामक इसलिए क्योंकि प्रसादम् के लिए सामग्री तिरुपति तिरुमला देवस्थानम् बोर्ड ही खरीदता है ब्राह्मण मात्र एक कर्मचारी है, उसके पास कोई अधिकार नहीं है और इस बोर्ड में एक बार तो एक ईसाई भी अध्यक्ष रह चुका है। इस बोर्ड में दुसरे धर्म के लोग भी होते हैं और यह सब महा नीईईईईईच काम कांग्रेस का ही किया धरा है। कांग्रेस ने ही मंदिरों का अधिग्रहण किया लेकिन कभी दूसरे धर्म के धार्मिक स्थल का नहीं।