सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स को फटकार लगाई है और इस फटकार के बाद नेटफ्लिक्स ने निर्णय लिया है कि वे आईसी 814 सीरीज़ के ओपनिंग डिस्क्लेमर में पांचों आतंकियों के असली नाम जोड़ेंगे।हालाँकि इतना काफी नहीं है आईएसआई के सेगमेंट में भी बदलाव करना चाहिए, उन्हें जिस प्रकार दिखाया है बिलकुल भिन्न है।
नेटफ्लिक्स के साथ निर्माता-निर्देशक अनुभव सिन्हा की बढ़िया फटकार अति आवश्यक है ताकि इनके दिमाग से प्रॉपगैंडा और फेक नैरेटिव की फ़िल्म मेकिंग उतर जाए।जो लोग विधानसभा के स्पेशल सत्र बुलाकर द कश्मीर फ़ाइल्स को झूठ का पुलिंदा कहते थे, उन्हें अनुभव की करतूत देखनी और चुल्लूभर पानी में डूबकर मर जाना चाहिए। ये लोग सब चुप्पी साधे हुए है।
भारत सरकार ने कदम उठाया और नेटफ्लिक्स को रेला है आगे के लिए अक़्ल ठिकाने आ जाएगी। साथ ही अनुभव को इसका दंड मिलना ज़रूरी है क्योंकि बहुसंख्यक समाज में अशांति फैलाने वाला कृत्य है।
वैसे आईएसआई को तो टाइगर व पठान में भी सॉफ्ट दिखला चुके है। भारत सरकार को ऐसे कंटेंट पर सख्त होना आवश्यक है बेशक काल्पनिक ही क्यों न हो।
#प्रोफेसरलेक्चर