हिज्बुल्लाह आतंकवादी नसरूल्लाह की मौत के बाद कश्मीर में मातम !इनके लिए क्या कर दिया था नसरूल्लाह ने ?अच्छे आदमी भी मरते हैं लेकिन इनका मातम हमेशा आतंकवादियों के लिए ही क्यों होता है? इन सबको पाँच हज़ार किलोमीटर दूर का घटनाक्रम कितना परेशान करता है और वहीं कश्मीर में बैठ कर कश्मीरी हिंदू व रोज़ मरते हमारे जवान कभी नज़र नहीं आये।
फ़िलिस्तीन के लिये 50 साल से मातम चल रहा है पर किसी एक मुस्लिम नेता कभी कश्मीर, पाकिस्तान या बांग्लादेश के हिंदुओं के पक्ष में नहीं बोला। ये है भारतीय धर्मनिरपेक्षता, भाई-चारा, हमारी गंगा~जमनी तहज़ीब 🤨