कानपुर के किदवई नगर मे मुबीन अहमद माथे मे टीका लगाता और खुद को रवि बता क़र " मामा भांजे " के नाम से रेस्टोरेंट चला रहा था..। यहां तक तो ठीक है लेकिन उसपर जो आरोप लगे वो जानेंगे तो आपको समझ आ जायेगा की जेहादियों के होटल, रेस्ट्रों, ढाबे, ठेले पर खाना आपको कितना भारी पड़ सकता है। 👇वीडियो देखिए और संभल जाइए वरना धर्म भी जाएगा और पौरुष भी ..." "नपुंसक बन जायेंगे"
मुसलमान होकर भी तिलक लगाता, अपना नाम रवि बताता , शाकाहारी खाने मे जानवरों का मांस मिलाता.. और तो और नपुंसकता को दावा भी मिलाने का आरोप लगा है इस मुसलमान दुकानदार पर। ध्यान दें ये दुकान हिंदू मोहल्ले में ही लगाता ताकि हिंदुओं का धर्म भ्रष्ट हो और वो नपुंसक हो जाएं। और निभाओ हिंदुओं इनसे भाईचारा.… सेक्युलरिज्म