अधिकतर भारतीय मु&लमान खेती नहीं करते,पर कृषि उत्पादों की दलाली करते हैं!गाय नहीं पालते, पर गाय खाने को लार टपकाते हैं!
गंदगी के अम्बार लगाते हैं, पर सफाई कर्मचारी नहीं बनते!
चैरिटेबल चिकित्सालय नहीं खोलते, पर सरकारी अस्पताल इन्ही की तीमारदारी में लगे रहते हैं!
फौज में भर्ती नहीं होते, पर फौजियों पर गोलीबारी और पत्थर बरसाते हैं!
बातें इमान की करते हैं, पर अपराधियों में ९८% यही मिलते हैं!
राष्ट्र से सुविधा व सुरक्षा चाहते हैं, पर राष्ट्र को मानते नहीं हैं!
बात बेबात पर फतवे जारी करते हैं, पर कानून तोड़ने में सबसे आगे रहते हैं!
भाई चारे की बात करते हैं, लेकिन सारे आतंकवादी इसी समुदाय से मिलते हैं!
इ&लाम की तारीफ़ में बातें बड़ी-बड़ी करते हैं,और कहते है इ&लाम अमन और शांति का मजहब है,पर सारी दुनिया में इ&लाम दहशत और आतंकवाद ही फैलाता आया है और फैला रहा है!
शुरू से ही,कुर्बानी,हलाला,तीन तलाक, चार-चार शादियां,१०-१२ बच्चे जैसी जाहिली का शौक फरमाते हैं,लेकिन बात कुरान-ए-पाक की ही करेंगे!
मु&लमान बेवकूफ नहीं है, उन्हें भी पता है कि CAA, NPR बिल में उनके खिलाफ कुछ नहीं है,पर वो ऐड़े बनके पेड़े खाकर दुनिया के अन्य मुस्लिम देशों को भारत में मुस्लिमों की ताकत दिखाना चाहते हैं कि देखो दुनिया के मुस्लिम देशों, भारत में हमारी ताकत देखो, हम खुले आम इस देश को आग लगा सकते हैं।
जब चाहे तब हर शहर बंद करवा सकते हैं।
किसी के घर को,किसी की फैक्ट्री को,रेल बस तो क्या पूरे भारत को आग लगा सकते हैं।
उसके बावजूद भारत के सारे राजनीतिक दल हमारी जूती पे नाक रगड़ते हैं।
सिर्फ बीजेपी ही तो हमारे विरुद्ध है, बाकी तो सारी राजनीतिक जमात हमारे कदमों में है।
बस यही दुनिया को दिखाना चाहता हैं मुस्लिम।
हर मुस्लिम जानता है कि इस बिल में उनके खिलाफ कुछ नहीं है।
वो तो इस बहाने का उपयोग कर कुछ अलग मैसेज और भविष्य की रिहर्सल कर रहे हैं।
बहुत चतुर कौम है साहब, उन्हें सब पता है बिल का।
बस वो तो राजनीतिक जमात की परीक्षा ले रहे हैं कि कौन-कौन साथ उनके साथ है और दुनिया को दिखा
रहे हैं कि देखो हमारी ताकत सिवाय बीजेपी के हर दल हमारी जेब में है।
उन्होंने बीजेपी को छोड़ सभी दलों से शरणार्थी हिन्दुओं का विरोध भी करवा दिया।
क्या मजाल है कि कोई अन्य राजनीतिक दल बोल दे कि इन्होंने गलत किया, इन्होंने देश के चारों तरफ आग लगाई ?
ये रिहर्सल कर रहे हैं, बिल तो बहाना है। उन्हें खुद भी पता है बिल में उनके खिलाफ कुछ नहीं है फिर भी बहुत आगे की सोच कर वो गेम खेल रहे हैं और बीजेपी को छोड़ सारे दल उनकी वोट बैंक की गिरफ्त में भी हैं।
इसलिए देश की खास कर भावी पीढ़ी को राष्ट्रीयता एकता को मज़बूत करना होगा और इस कुत्सित गेम प्लान को
समझना होगा।
एकजुटता से देश को बचाना होगा और प्रगति के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ाना होगा।
जय हिन्द,जय भारत।।
साभार :
सोशल मीडिया पोस्ट (forwarded as recived)