सर्वप्रथम तो सभी समयनियों को कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान श्री कृष्ण का जन्म धर्मसंस्थापना के लिए हुआ था और प्रभु ने अधर्म का सर्वनाश कर धर्म की स्थापना भी की साथ ही मानव समाज को गीता के रूप में एक महाग्यान से परिपूर्ण ग्रंथ भी दिया, लेकिन दुर्भाग्य हिंदू समाज का जो ना तो प्रभु के धर्मसंस्थापना के मार्ग पर चल पा रहा है ना ही प्रभु द्वारा प्रदत्त गीता का महाज्ञान ही प्राप्त कर रहा है... हिंदू समाज को अपने उत्थान के लिए ही नहीं अपने अस्तित्व को बचाने के लिए भी आज जन्माष्टमी के पावन अवसर पर निम्न 3 संकल्प अनिवार्य रूप से लेने ही होंगे।
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन हम भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा करते हैं बड़े उत्साह से उत्सव मानते हैं, खुशियां मनाते हैं। लेकिन हमें विचार करना होगा कि हमारी यह खुशियां हमारे यह उत्सव आखिर हम कब तक मना पाएंगे। हमें भी अपने आराध्य की तरह धर्म की स्थापना के लिए कुछ तो करना ही होगा हमें उनकी तरह महाभारत का युद्ध तो नहीं ना लेकिन कुछ संकल्प जरूर लेने होंगे 👇👇👇
संकल्प 1 : धर्म की स्थापना के लिए सर्वप्रथम हमें अधर्मियों की पहचान करनी होगी और उनका पूर्ण रूप से बहिष्कार करना होगा यही उनके अंत का कारण बनेगा
संकल्प 2 : हमें स्वधर्मियों अर्थात धर्म प्रेमियों के साथ एकजुट होना होगा सभी भेदभाव को भुलाकर इस धर्म युद्ध में एक साथ आना होगा तभी अधर्मियों का नाश संभव है।
संकल्प 3: हमें अपने धर्म को समझना होगा उससे अच्छे ढंग से जुड़ना होगा और इसके लिए अपने शास्त्रों को पढ़ना समझना और उनका अनुसरण करना होगा ताकि कोई हमें धर्म के विरुद्ध बरगला ना सके। इसके लिए सर्वश्रेष्ठ होगा भगवान श्री कृष्ण द्वारा प्रदान किया गया गीता ग्रंथ। "ध्यान रहे गीता की पुस्तक ऑथेंटिक हो आप चाहें तो समिति से निशुल्क गीता भी प्राप्त कर सकते हैं 👉 https://www.prashasaksamiti.com/p/shrimadbhagvadgita_4.html
संकल्प 4 : भगवान श्री कृष्ण को गौ माता से कितना प्रेम है यह बताने की आवश्यकता नहीं हम कृष्ण भक्त सनातनियों को भी गौ माता के संरक्षण और संवर्धन हेतु आगे आना होगा। गौशाला में सहयोग करें गौसेवकों का साथ दें और अधिक से अधिक गौ उत्पादों का प्रयोग करें जिससे भविष्य में गौ माता का संरक्षण और संवर्धन जरूर होगा। समिति भी गौसेवक भक्तों का सहयोग करने हेतु उनके उत्पाद अपने चैनल के माध्यम से देशभर में पहुंचा रही है। 👉 एकात्मिता गौमय उत्पाद कैटलॉग लिंक 👉https://wa.me/c/919324796471
संकल्प 5: बाल स्वरूप की पूजा करने वाले हम सनातनियों को अपने बच्चों को बचपन से ही उचित धर्म ज्ञान और संस्कार देने चाहिए ताकि वह दहेमद्रोहियों के शिकार ना बनें और आगे चलकर धर्म स्थापना के लिए कार्य करें और हमारा धर्म मजबूत हो।
संकल्प और भी हो सकते हैं लेकिन कम से कम ये 5 संकल्प सभी सनातनी आज इस पावन उत्सव कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर अवश्य लें और अधिक से अधिक लोगों तक इस पोस्ट को पहुंचाएं ताकि धर्म स्थापना का ये संकल्प आगे बढ़े और मजबूत ही
जय श्री कृष्णा🙏