क्या आपने राखी के उपलक्ष्य ने शॉपिंग कर ली? क्या ये सारी शॉपिंग त्योंहार के अनुरूप पवित्र है, शुद्ध और सात्विक तथा जेहादमुक्त है? क्या बहनों ने जो राखी खरीदी उससे किसी जेहादी का पोषण किया नहीं किया? क्या भैया में जो उपहार लिया उसे किसी विधर्मी का लाभ नहीं पहुंचाया? यादि बहन भाई ने किसी जेहादी / विधर्मी का पोषण किया है तो उन्होंने अपनी बहन / भाई के लिए खतरा तैयार किया है।
हमें हमारी हर खरीदारी पर ऐसे हो सोचना होगा क्योंकि वास्तव में यदि हम किसी जेहादी / विधर्मी से सामान खरीद रहे हैं तो उनके एजेंडे को ताकत दे रहे हैं और भविष्य में हमारी बहन, बेटियों , भाई आदि के साथ कुछ गलत हो ऐसा प्रबंध कर रहे हैं। हमें सावधान होना होगा और दैनिक खरीद दारी से लेकर त्योहारों की खरीद दारी तक सब कुछ शुद्ध, सात्विक और जेहादमुक्त खरीदने का संकल्पित होकर प्रयास करना होगा।
यादि हमें अपने आप को, अपने परिजनों को, अपने धर्म और देश को वाकई सुरक्षित करना है तो पूर्ण रूप से संकल्पित होकर जेहादियों तथा अन्य विधर्मियों का पूर्ण बहिष्कार करना ही होगा अन्यथा निकट भविष्य में बांग्लादेश जैसा हाल भारत के हिंदुओं के साथ भी हो सकता है और तब समझ आएगा की कितना जरूरी था 1 सुई तक खरीदने के पहले ये सोचना की हम ये खरीद किस से रहे हैं।।।