ये हैं जापानी पहलवान युई सुसाकी
पेरिस ओलम्पिक 2024 में कुश्ती के 50 किलो भार वर्ग में खेलने वाली महिला पहलवान जो ओलम्पिक में तब तक स्वर्ण पदक की प्रबल दावेदार थी जब तक कि इनका मुकाबला विनेश फोगाट से नही हो गया
युई सुसाकी टोक्यो 2020 ओलम्पिक की गोल्ड विनर रही और आज तक एक भी कुश्ती नही हारी थी अपने इंटरनेशनल कैरियर में
लगातार 82 अंर्तराष्ट्रीय जीत, बिना किसी हार के
फिर इनका मुकाबला विनेश फोगाट से हुआ, पहले ही मैच में विनेश ने इन्हें 3-2 से बड़ी परिपक्व कुश्ती खेल कर पराजित किया
जिन लोगों ने वो मैच देखा होगा वो जानते होंगे कि विनेश को देख कर यही लग रहा था कि वो इनके बारे में डीप स्टडी करके मैदान में उतरी थी
खैर साहब रिकॉर्ड ध्वस्त हो गया और युई सुसाकी के स्वर्ण पदक का स्वप्न भी पता है इसके बाद क्या हुआ ?
युई सुसाकी ने अपने देश से, अपने समर्थकों से माफी मांगते हुए कहा कि उन्होंने अपने समर्थकों के साथ विश्वासघात किया है क्योंकि वो देश के लिए गोल्ड मैडल नही जीत पाई
कोई भी मैदान में उतर कर हारना नही चाहता, कोई भी अपने देश का नाम व झंडा नीचे नही झुकाना चाहता पर किसी किसी दिन आपकी किस्मत साथ नही देती वो दिन भी शायद ऐसा ही था
हार या जीत खेल का हिस्सा होती है, युई सुसाकी ने ऐसा कुछ भी नहीं किया था जिसके लिए उन्हें माफी मांगनी पड़ती पर फिर भी उन्होंने आगे बढ़ कर इसकी जिम्मेदारी ली, नैतिकता के साथ स्वीकारा कि देश ने उनसे जो अपेक्षाएं की थी वो उन पर खरी नहीं उतर पाई
इसे कहते हैं बड़प्पन दिखाना, इसे कहते है नैतिकता, आंखों में शर्म का पानी होना
एक तरफ युई सुसाकी है तो दूसरी तरफ एक तथाकथित पहलवान जी जिन्होंने देश से माफी मांगना तो छोड़िए डिस्कवलिफाई होने की नैतिक जिम्मेदारी तक भी नही ली पर एटीट्यूड ऐसा की मानो स्वर्ण पदक जीत लिया हो, सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हों
तथाकथित पहलवान जी, सिर्फ खेल आपको बड़ा नहीं बनाते, ऐसे दुनिया भर के धुरंधर व आपसे बढ़िया खेलने वाले खिलाड़ी लाखो करोड़ो की आबादी में आपको खूब मिल जाएंगे यदि खोजने पर आ गए तो
पर खेल हमे सिखाते है नियम, अनुशासन, नैतिकता, एक दूसरे को सम्मान देने व स्वस्थ्य प्रतियोगिता की भावना
समय के साथ खेल का तरीका और भी बेहतर होगा और आपसे बेहतरीन खिलाड़ी भी आयेंगे जाएंगे पर आपके उम्दा खेल के साथ साथ जो देश, समाज और आपके समर्थकों के दिल मे आपको सदैव जिंदा रखेगा वो है आपका नैतिकतापूर्ण शालीन व्यवहार
वाकई में युई सुसाकी हार कर भी जीत गयी
बस इतना ही कहूंगा कि वाकई आप बेहतरीन खिलाड़ी हैं युई सुसाकी जी
न केवल अपने खेल से बल्कि अपने राष्ट्र के प्रति कृतज्ञ होने के व्यवहार से भी