साबरमती एक्सप्रेस के 22 डब्बे शनिवार-रविवार (16-17 अगस्त) की रात 2.35 बजे पटरी से उतर गए। यह हादसा कानपुर के गोविंदपुरी से थोड़ी दूर आगे हुई। यात्रियों के हताहत होने की सूचना नहीं है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पटरी पर लोहे के भारी समान से टकराकर डिब्बे पटरी से उतरे। मामले की जाँच खुफिया एजेंसी IB कर रही है।
जिस समय यह घटना हुई, उस समय साबरमती एक्सप्रेस (19168) उत्तर प्रदेश के वाराणसी से गुजरात के अहमदाबाद जा रही थी। ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतरते ही यात्रियों में हड़कंप मच गया। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे के कर्मी, पुलिस और फायर विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुँचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस घटना में कोई भी यात्रा या रेल कर्मचारी घायल नहीं हुआ है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, “साबरमती एक्सप्रेस (वाराणसी से अहमदाबाद) का इंजन आज सुबह 02:35 बजे कानपुर के पास ट्रैक पर रखी किसी वस्तु से टकराया और पटरी से उतर गया।”
उन्होंने आगे लिखा, “इंजन पर भारी टक्कर के निशान पाए गए हैं। सबूतों को सुरक्षित रख लिया गया है। आईबी और यूपी पुलिस इस मामले में काम कर रही है। यात्रियों या कर्मचारियों को कोई चोट नहीं आई है। यात्रियों के लिए आगे अहमदाबाद की यात्रा के लिए ट्रेन की व्यवस्था कर दी गई है।” आशंका है कि जानबूझकर लोहे के भारी समान ट्रैक पर रखे गए थे।
इस हादसे को लेकर ट्रेन के ड्राइवर ने भी कहा है कि हादसा प्रथम दृष्टया बोल्डर के इंजन से टकराने की वजह से हुआ है। ड्राइवर ने कहा कि जैसे ही बोल्डर इंजन से टकराया, वैसे ही इंजन का कैटल गार्ड मुड़ गया। घटना के बाद DRM, ADRM, कमर्शियल हेड, टेक्निकल हेड, मेडिकल टीम पहुँच गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि ट्रैक की मरम्मत करके ट्रेन सेवा बहाल करने की कोशिश की जा रही है।