बस मोमबत्ती जलाओ 1 सप्ताह चिल्लाओ,और फिर अगली घटना की प्रतीक्षा करो....बस यही निरंतर चलता रहेगा!! 😭पता नही किसने हमको नारी सम्मान में मोमबत्ती उठाना सिखा दिया??नही तो ये देश वो था जो नारी सम्मान में रामायण और महाभारत कर देता था !
जब तक यह हिंदू समाज अपने देवताओं का अपने पूर्वजों का अनुसरण करते हुए अपनी बहन बेटियों की रक्षा के लिए संकल्पित नहीं होगा तब तक लगातार हिंदू बहन बेटियां शिकार होती रहेंगी और हम एक भिखारी की तरह न्याय की भीख मांगते रहेंगे और वो भी हमें नहीं मिलेगा।
जो समाज अपना इतिहास भुला दे, वो समाज नपुंसक हो जाता है और जल्द ही खुद इतिहास बन जाता है... यही हालत वर्तमान में हिंदू समाज की है