यह वीडियो जलगांव और नंदुरबार के बीच ट्रेन के एक यात्री द्वारा शूट किया हुआ बताया जा रहा है, जिसे दोपहर 2.30 बजे पत्थर फेंकने वाली मुस्लिम भीड़ ने निशाना बनाया था। यह घटना महाराष्ट्र के 'धुले' की सीमा से लगे 'साकरी' और आसपास के शहरों में भड़के दंगों के बाद हुई है।आप पत्थरबाजों की हिंसक भीड़ को उनके पहनावे से पहचान सकते हैं!
पूरे देश के लिए ये घटिया दंगाई या ये कहें कि हिंसक मानसिकता बड़ा खतरा बनते जा रही है जो बात बात पर हिंसा करने पर उतारू हो जाती है फिर भी कुछ मूर्ख इस मानसिकता को शांति प्रिय बोलकर एक बड़ा मजाक करते हैं। सरकार और प्रशासन को ऐसी घटिया हिंसक मानसिकता पर अंकुश लगाना ही चाहिए जिससे देश में शांति और कानून व्यवस्था बनी रह सके... ! जनता को भी चाहिए कि वो इस हिंसक मानसिकता से अपने बचाव का प्रबंध हमेशा तैयार रखे क्योंकि ये हिंसक मानसिकता कभी भी हिंसा कर सकती है!!
महाराष्ट्र के जलगाँव जिले में कुछ अज्ञात उपद्रवियों द्वारा भुसावल-नंदुरबार पैसेंजर ट्रेन पर पथराव किया गया है। इसको लेकर इलाके में तनाव की स्थिति बन गई है। इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें बुर्का और नमाजी टोपी पहने लोग ट्रेन पर पर पथराव कर रहे हैं। इससे यात्रियों में दहशत का माहौल बन गया। इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है।
इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए @AshwiniSahaya नाम के X हैंडल ने लिखा, “महाराष्ट्र के जलगाँव में शुक्रवार को बुर्का पहनीं महिलाओं और टोपी पहने पुरुषों की भीड़ ने हिंदू श्रद्धालुओं से भरी ट्रेन पर जमकर पथराव किया। रिपोर्ट के अनुसार, सैकड़ों हिंदू श्रद्धालु अमलनेर तालुका के धार में एक पहाड़ी पर जात्रा/उरुस उत्सव के लिए एकत्र हुए थे।”
अश्विनी सहाय ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में आगे लिखा, “वे ट्रेन में चढ़े और पहाड़ी पर उतरने के लिए चेन खींची। जैसे ही वे उतरे, चलती ट्रेन पर पत्थर फेंके गए, जिससे अन्य यात्रियों में दहशत फैल गई, जो डर के मारे चिल्ला रहे थे।”
इस पोस्ट पर जवाब देते हुए मुंबई सेंट्रल रेलवे के डीआरएम ऑफिस ने कहा, “रेलवे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उक्त घटना में अमलनेर के आरपीएफ प्रभारी ने रेलवे अधिनियम 154 के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एएन सीआर 473/2024 दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। आवश्यक कानूनी कार्रवाई के लिए अमलनेर जीआरपी को भी घटना की जानकारी दे दी गई है।”
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक के अनुसार, शुक्रवार (12 जुलाई 2024) की सुबह बड़ी संख्या में लोग एक धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए भुसावल से भोरटेक जा रहे थे। उस दौरान ट्रेन में आरपीएफ के जवान भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि ट्रेन में यात्रा कर रहे छह आरपीएफ कर्मियों ने अभी तक घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
घटना 12 जुलाई की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, भुसावल से नंदुरबार जाने वाली पैसेंजर ट्रेन सुबह 10:50 बजे अमलनेर रेलवे स्टेशन से रवाना हुई। इसके करीब 10 मिनट बाद कुछ लोग ट्रेन की चेन खींचकर मलनेर तालुका के धार में पहाड़ी के पास उतर गए और चलती ट्रेन पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस दौरान नमाजी टोपी और बुर्के में भी लोग दिखे।
हालाँकि, विनीत अभिषेक का यह भी कहना है कि इस घटना में किसी को चोट लगने की जानकारी सामने नहीं आई है। उन्होंने यह भी कहा कि इसको लेकर किसी ने अभी तक लिखित रिपोर्ट नहीं दी है। वायरल वीडियो के आधार पर जीआरपी ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
बता दें कि इस तरह की कई घटनाएँ सामने आ चुकी हैं। अप्रैल 2024 में ग्वालियर से जौरा जा रही MEMU ट्रेन पर पथराव का मामला सामने आया था। घटना उस समय हुई जब ट्रेन ग्वालियर के बिरला नगर स्टेशन पर पहुँची थी। इससे पहले ग्वालियर-मुरैना के पास वंदे भारत एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस पर भी इसी तरह के पथराव की खबरें आई थीं।