जैसे ही आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुख्यमंत्री और कई सांसदों ने कर्नाटक की कंपनियों से अपील किया कि आप हमारे यहां vizag में आइये हम आपको बड़ी सी जगह देंगे पूरी सुविधा देंगे कोई बन्दिश नहीं होगी
उसके अलावा कर्नाटक की शान कहे जाने वाले हैं कई उद्योगपति जैसे मोहनदास पई नंदन नीलेकणी किरण मजूमदार शा ने कर्नाटक सरकार के इस फैसले पर हैरानी जताई और कहा कि इससे कर्नाटक का सॉफ्टवेयर उद्योग बर्बाद हो जाएगा
तुरंत कर्नाटक सरकार अपना थूका हुआ चाट ली और 2 दिन से जो कर्नाटक के मंत्री इस बात का फायदा बता रहे थे कि प्राइवेट कंपनियों में 75% स्थानीय आरक्षण लागू करने से क्या फायदा होगा वही अब इसके नुकसान बताने लगे
और अब प्राइवेट कंपनी में जो स्थानीय रिजर्वेशन लागू किया था उसे हटा लिया