हाथरस काण्ड के पीछे का बड़ा खेल ! केवल १२१ लोगों की मृत्यु नहीं हुयी अपितु पाखंडी सूरज पाल ने लाखों हिन्दुओं को सनातन से विमुख करने का भी बड़ा खेल खेल लिया... सुनिए महाराज जी से विस्तार से उस पाखंडी सूरज पाल और इसके एजेंडे के बारे में और सतर्क रहें जिससे भविष्य में कोई और सूरजपाल जैसा पाखंडी आपको अपना मोहरा बनाकर अपनी जड़ों से, अपने सनातन धर्म से दूर ना कर दें.. !!
हिन्दुओं को मुर्ख बनाना उन्हें अपना मोहरा बनाना , उनका ब्रेन वाश कर उन्हें स्वधर्म से दूर कर विधर्मी बनाना अत्यंत आसान है और इसका कारण है कि हिन्दुओं को स्वधर्म का ज्ञान होता ही नहीं इसलिए वो सही और गलत की पहचान नहीं कर पाते और पाखंडियों के जाल में फँस जाते हैं और पूरी तरह बर्बाद हो जाते हैं क्योंकि स्वधर्म से भटक वो अधर्मी /विधर्मी बन जाते हैं .. हर हिन्दू को धर्म ज्ञान होना चाहिए और धर्म ज्ञान का सबसे सुगम साधन है 'श्रीमद्भागवत गीता". जो व्यक्ति श्रीमद्भागवत गीता के सानिध्य में आ जाता है वो कभी किसी प्रपंच में नहीं फँसता !
