देश के अनेकों इलाकों में तेजी से जनसांख्यिकी बदल रही है। 8 राज्यों में तो आज के लगभग 3 से 4 वर्ष पहले ही हिंदू अल्पसंख्यक हो चुके हैं (लेकिन उन्हें अल्पसंख्यक होने के बाद भी अल्पसंख्यक के कोई अधिकार नहीं मिलते क्योंकि वो हिंदू है..) कई राज्यों की सीमाओं पर तेजी से परिवर्तन हो रहा है, और ये सब ऐसे हो अकारण नहीं हो रहा इसे समझने के लिए ये पोस्ट अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि आप सतर्क हो सकें और कुछ करने का विचार बना सकें।
जब किसी मोहल्ले में हिन्दू 30% रह जाते हैं तब एक साइलेंट उत्पीड़न का दौर शुरू होता है। ऐसा उत्पीड़न जो आपको मजबूरन सहन करना पड़ता है क्योंकि आप 70% होकर भी कमजोर होते हैं। आखिर जातियों में और अमीरी, गरीबी, भाषा आदि में बनते जो होते हैं साथ ही आस पड़ोस वालों को जानते भी नहीं। जो उत्पीड़न होते हैं वो सभी जानते हैं आप भी 👇पढ़ें और समझें ...और विचार करें को आप किस स्टेज तक पहुंचे हैं... अंत में समाधान भी है यदि समझना चाहो तो...
वो कुछ इस प्रकार हैं 👇
1 - आपका परिवार रात को बेधड़क सो रहा होता है तभी आपका पड़ोसी सलमान अपनी दीवार जो के आपके दीवार के साथ मिली होती है में रात के 11 बजे कील ठोंकना शुरू कर देता है ।
2- मुर्गे बेचने वाला अब्दुल हजार मुसलमानों के घर छोड़ के सिर्फ आपके सामने वाले सलीम के चबूतरे पर बैठ के मुर्गे काटना शुरू कर देता है ।
3- कल रात अब्दुल के घर आई मीट की खाली काली पन्नी सुबह आपके दरवाजे पे फड़फड़ाती मिलेगी ।
4- रज़िया का बच्चा रोज आपके चबूतरे पे टट्टी कर जाएगा, कभी रजिया आके साफ करेगी कभी कह देगी मेरे बच्चे ने नही किया है, मजबूरन आपको साफ करना पड़ेगा ।
5- आपके घर मे जवान बहु बेटी है तो आपसे तीन मकान छोड़ के रहने वाले गफूर मियां के यहां दिन भर अवारागर्दों का अड्डा जमा रहेगा, वो आवारा गाहे बगाहे बिना जरूरत ही आप के घर के सामने से बार बार निकलेंगे आपस मे गन्दी भद्दी गालियों भरी भाषा आपकी ही बहन बेटियों को सुनाते हुए ।
6- नामाज के टाइम आप से चौथे मकान वाले शारफ्त मियां आपका Tv बंद कराना कभी नही भूलते ।
7- होली के रंग से इस्लाम खतरे में पड़ जाता है और दीवाली के पटाखे से बकरियों को परेशानी होती है ।
8- बकरीद पे तो सप्ताह तलक आप को गंदगी और बदबू से निजात नही मिलने वाली ।
9- आप कितने भी शरीफ हों, महीने में तीन चार बार आप से लड़ाई का बहाना वो ढूंढ ही लेते हैं ।
10- पुलिस प्रशासन से शिकायत करें तो आप अकेले पड़ जाएंगे और उनकी तरफ से हजारों लोग आपको ही झगड़ालू और साम्प्रदायिक बताने लग जाएंगे ।
👉आपके शुभचिंतक आपको वहां से पलायन की सलाह देंगे, बाकी करना क्या है? आप खुद समझदार हैं, दिमाग़ में आया सोचा बता दूँ, नहीं विश्वास तो अपने बाप दादा या किसी बजूर्ग़ से पूछ लेना जिन्होंने भारत पाकिस्तान का विभाजन अपनी आंखों से देखा है, वह आपको सब बता देंगे ।
अब हमारे अनुशार कुछ आसान समाधान बताते हैं यदि समझ आए तो अनुकरण कीजिए अन्यथा जो होना है वो तो होगा ही
1 - सबसे पहले तो धर्म परायण हिंदू एकजुट हों और उसका सबसे आसान तरीका है जी अपने क्षेत्र में साप्ताहिक हनुमान चालीसा अथवा कोई और आयोजन प्रारंभ करें ताकि आपस में जान पहचान बढ़े और कुछ "चर्चा" भी हो सके
2 - पहले समाधान के बाद जब क्षेत्र के कुछ हिंदू एकजुट हों, जागरूक होने लगें तो जेहादियों के बहिष्कार का प्रोग्राम शुरू करें और खुद भी इस कार्य को संकल्पित हो करें तरह अपने सभी मित्रों, परिचितों, सबसे करवाएं... ऐसा करने में थोड़ी दिक्कत आएगी लेकिन हार नहीं माननी आखिर अस्तित्व का सवाल है
3 - जब संगठित हो जाएं और जागरूक हो जाएं के कुछ हिंदू तो अपने क्षेत्र में जेहादी मानसिकता का प्रवेश वर्जित करें, किसी जेहादी को दुकान, मकान ना भाड़े पर दी जाय ना ही बेची जाय... बाकी जो घुस चुके हैं उन्हें भी कोशिश करके क्षेत्र से बाहर किया जा सकता है... शांति पूर्ण तरीके से... सब मिलकर बात बात पर उंगली करें , छोटी सी भी गड़बड़ करे गाली भी दे तो पुलिस ने शिकायत करें
4 - सबसे अचूक उपाय - अपने क्षेत्र नी प्यारे प्यार से पिंक बेबी pig ले आएं और कहीं एक स्थान बनाकर वहां बांध दें... उनकी आवाज भी आएगी तो भी जेहादी भाग खड़े होंगे और क्षेत्र पूरी तरह सुरक्षित हो जाएगा
🚩🚩🚩🚩🚩