अभी तीन दिन पहले दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने खोट नायक की हिरासत तीन जुलाई तक बढ़ाई थी लेकिन आज उसी कोर्ट ने इस तिहाड़ी को बेल दे दी वह भी रात के आठ बजे क्या इसलिए ताकि ED अपीलेंट कोर्ट में इस फैसले के खिलाफ अर्जी न दाखिल कर सके?
दरअसल ये जो फैसला आया है यह एक वेकेशन बेंच के जज ने दिया है इसके पहले शराब घोटाले के केस को जस्टिस नाग पाल देखते थे लेकिन वह छुट्टी पर हैं ED की तरफ से वीएस राजू ने इन वैकेशन बेंच के जज के सामने सारे तथ्य रखने की कोशिश की कि साहब इन जनाब के खिलाफ काफी पुख्ता सबूत हैं तब जज सुना ही नहीं इसे इग्नोर किया और कहा कि सब काल्पनिक है
वीएस राजू ने कहा कि हमे अड़तालिस घंटे दीजिए ताकि हम अपीलेंट कोर्ट में जा सके लेकिन जज ने इसे रिजेक्ट कर दिया समझ रहे हैं ना सब खुले आम हो रहा है
मतलब आप यह देखिए कि जिस शराब घोटाले को लेकर हैंडसम छुछोडिया को किसी भी कोर्ट से जमानत नहीं मिल रही वह जमानत एक झटके में इस महा ठग को मिल रही है सारे आपिए तो फटाके फोड़ने लग गए
लेकिन ठंड रखो बे अभी ED सुबह हाई कोर्ट में इसके खिलाफ जायेगी और अभी तो CBI बैठी है पता नहीं कब इसे धरले क्योंकि इनके पास भी काफी प्रमाण बताए जाते हैं
अमित शाह कह ही चुके हैं कि अभी तो आठ नो केस बाकी हैं जांच के लिए। लेकिन सवाल है की क्या जज कुछ भी कर सकते हैं? गलत भी? उन्हें कोई सजा नहीं होनी चाहिए.?