🙏🌹जब देश के राष्ट्रपति चुनाव में जीत की घोषणा जामा मस्जिद से हुई , तो दूसरी ओर बिना क़ानून की डिग्री वाले व्यक्ति को सुप्रीम कोर्ट का सीजेआई बना दिया :- (ये है सत्ता का दुरुपियोफ और तानाशाही)
साल था 1967 । यह साल राजनीतिक घटनाक्रमों के लिहाज से ऐतिहासिक साबित हुआ।इस साल दो बड़े वाकयात हुए।पहला इंदिरा गांधी ने तुष्टिकरण की राजनीति के चलते विद्वान राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन को हटा अपने "रबड़ स्टांप" जाकिर हुसैन को कांग्रेस की ओर से राष्ट्रपति बनवा दिया । दूसरा कार्य यह किया कि कैलाशनाथ वांचू को देश के सुप्रीम कोर्ट का मुख्य न्यायधीश बना दिया , जबकि उनके पास लॉ की कोई डिग्री नहीं थी ।
1967 में हुआ चौथा राष्ट्रपति का चुनाव अलग था।इस चुनाव में कांग्रेस की ओर से जाकिर हुसैन थे तो दूसरी ओर से विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार ,सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस कोका सुब्बा राव, जो इस चुनाव को लड़ने के लिए सुप्रीम कोर्ट से इस्तीफा देकर आए थे ।
जाकिर हुसैन इंदिरा गांधी की तुष्टिकरण की नीति के पोस्टर ब्वॉय थे। वह अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में 10 साल कुलपति रह चुके थे।उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया जैसी यूनिवर्सिटी की स्थापना की थी।फिर उनको राज्यप