कर्नाटक में शांतिप्रिय कहे जाने वाले मुसलमानों की भीड़ ने थाने पर हमला कर दिया, जिससे 7 पुलिसकर्मी घायल हो गए और कई बहनों को भी तोड़ फोड़ दिया। अब सोचिए जो लोग पुलिस को नहीं छोड़ते वो आम जनता को क्या छोड़ेंगे और जो कानून पर ही हमला कर दें वो क्या हो संविधान का सम्मान करते होंगे। वैसे कानून न ही तो इन्हें सर पर चढ़ाया और इतना हौसला बढ़ाया की आज अवसर मिलते ही ये कानून को भी उखाड़ देते हैं।वैसे इस हमले के पीछे वजह भी जाननी चाहिए।
हमले की वजह जानना चाहते है तो समझ लीजिए कि जिहादी हमले की कोई वजह नहीं होती यहां तो बस अवसर की प्रतीक्षा होती है, और जैसे ही अवसर मिला या अवसर तैयार किया गया वैसे ही ये अपने एजेंडे पर काम करना शुरू कर देते हैं और जेहाद को आग में लोगों को जलाने लगते हैं। देश के आम नागरिक को अपनी सुरक्षा पर विचार करना चाइए क्योंकि जिस पुलिस पर हम निर्भर हैं शायद वो खुद अब इन जेहादियों से सुरक्षित नहीं है, और इसके अनेकों उदाहरण सामने आ चुके हैं
कर्नाटक के दावणगेरे जिले में मुस्लिम भीड़ द्वारा थाने पर हमले की खबर है। यह हमला पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत का आरोप लगा कर किया गया है। मृतक का नाम आदिल है। आदिल को जुआ खेलने के आरोप में पकड़ कर लाया गया था। हमलावर भीड़ ने पुलिस पर पत्थरबाजी की। वाहनों में आगजनी की गई है। हालात संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। कुल 11 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस ने मृतक को किसी भी प्रकार के टॉर्चर किए जाने से इंकार किया है। 2 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले में कुल 3 FIR दर्ज हुई है जिस पर जाँच की जा रही है। घटना शुक्रवार (24 मई 2024) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना दावणगेरे के चन्नागिरी थानाक्षेत्र की है। शुक्रवार को पुलिस ने जुआ खेलने की एक सूचना पर दबिश दी। दबिश के दौरान 30 वर्षीय आदिल को पकड़ कर थाने लाया गया। पुलिस का दावा है कि थाने लाए जाने के महज 5-6 मिनट के अंदर ही आदिल की तबियत खराब होने लगी। हालत और खराब होती देख कर उसे अस्पताल ले जाया गया। यहाँ डॉक्टरों ने आदिल को मृत घोषित कर दिया। खबरों में पुलिस के हवाले से दावा किया जा रहा है कि पुलिस ने बताया है कि आदिल की मौत लो ब्लड प्रेशर की वजह से हुई है। पुलिस के अनुसार मृतक के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं।
इस बीच आदिल के परिजन भी अस्पताल पहुँचे। उन्होंने पुलिस पर आदिल को टॉर्चर करने का आरोप लगा कर हंगामा शुरू कर दिया। कुछ ही देर में चन्नागिरी थाने के बाहर मुस्लिमों की भीड़ जमा होने लगी। भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर हमला शुरू कर दिया। थाने के बहार खड़े वाहनों में तोड़फोड़ की जाने लगी। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर के उपद्रवियों को रोकना चाहा तो थाने पर पथराव किया जाने लगा। आख़िरकार अतिरिक्त पुलिस के आने पर लाठीचार्ज किया गया जिस से भीड़ तितर-बितर हुई।
मुस्लिम भीड़ के हमले में कुल 11 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। पुलिस के 7 वाहनों को तोड़ डाला गया है। इस पूरे मामले में कुल 3 FIR दर्ज की गईं है जिनकी जाँच की जा रही है। इनमे से एक FIR पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी है जो मृतक के अब्बा की तहरीर पर दर्ज हुई है। हमलावरों के खिलाफ भी FIR दर्ज कर के जाँच की जा रही है। वीडियो फुटेज और अन्य साक्ष्यों से आरोपितों की पहचान की जा रही है।
2 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इन पुलिसकर्मियों में डिप्टी एसपी और इंस्पेक्टर शामिल हैं। आदिल के शव का पोस्टमार्टम न्यायाधीश की मौजूदगी में करवाया जाएगा। थाने में लगे CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं। हालात काबू में रखने के लिए इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।