विवेकानंद रॉक पर प्रधानमंत्री के ध्यान कार्यक्रम का विरोध किया जा रहा है। चुनाव आयोग से कहा जा रहा है कि वहाँ कैमरा पर रोक लगाई जाये जिससे जनता को प्रधानमंत्री ध्यान लगाते न दिखें — यह प्रचार गतिविधि है जिससे आचार संहिता का उल्लंघन होगा।
भइया लोग ऐसा है कि यदि मोदी का चेहरा टीवी पर दिख जाना ही प्रचार है तो इसमे मूडी क्या करे, नकाब पहन ले वो हमास वालों की तरह? उसके चेहरे की है ऐसी ब्रांड-वैल्यू, तो हो जाता होगा उससे प्रचार। तुम लोग भी पीडी के पापा से कहो कि वो थाइलैंड जायें और वहाँ कैमरों के सामने वही करें जो बार बार चोरी छुपे वहाँ जा कर करते रहे हैं आज तक।
जनता को उनकी शकल पसंद आ गयी - “दृश्य” पसंद आ गया, तो उनका भी प्रचार हो जायेगा। है न लेवेल प्लेइंग फील्ड वाला मस्त आईडिया? तो चलो, शुरू करो खटाखट! 😂😂
जनता रहे सावधान
जनता का सावधान रहना ईसाई जरूरी है क्योंकि लगातार जो विपक्ष और उनके बिकाऊ चमचों द्वारा फैलाया जा रहा है उसके पीछे कोई भयंकर षड्यंत्र हो सकता है, काउंटिंग वाले दिन भी बवाल हो सकता है और उसके बाद तो हार से खिसियाए हुए विपक्षी और उनके चमचे कुछ भी कर सकते हैं...याद है ना राहुल गांधी की देश के जलने की बात करने वाला वीडियो...? सावधान रहें तभी सुरक्षित रह सकेंगे...