यह पादरी बलजिंदर सिंह एड्स का इलाज कर रहा है और फिर कहता है एड्स निकल जाए और एड्स का वायरस निकाल दिया। वैसे और भी कई बीमारियां ठीक करने का खुलेआम दावा करते हैं ये लेकिन इससे IMA को कोई परेशानी नहीं क्योंकि ये हिंदू नहीं हैं ना..
👆ऐसा नहीं है कि हमारे मिलार्ड ने यह या इस जैसे वीडियो नहीं नहीं देखे होंगे लेकिन कभी सुना की ऐसी हरकतों पर हमारे किसी भी मिलोर्ड ने आपत्ति तक जताई हो? क्या इससे देश के निष्पक्ष कानून की विश्वसनीयता पर सवाल नहीं उठते? जो लोग आज बाबाजी को अपमानित कर रहे हैं क्या उन्होंने कभी अन्य भ्रामक प्रचारों पर आपत्ति जताई? हलुलुईया वालों पर आपत्ति जताई? नहीं क्योंकि इन्हें तकलीफ एक हिंदू भगवाधारी बाबा से है..
क्या बाबा रामदेव का भगवाधारी होना उनका असल अपराध है? क्या एक भगवाधारी संत का बड़ी बड़ी कंपनियों को पछाड़कर आगे बढ़ना खल रहा है? एक भगवाधारी जिसने दुनिया को योग सिखाया, जिसने दुनिया के अनेकों लोगों को अच्छा स्वास्थ्य दिया उसे सम्मानित करने की जगह अपमानित किया जा रहा है वो भी नेहरू के बनाए 1954 के एक घटिया कानून के कारण... इससे बड़े शर्म की बात और क्या हो सकती है।
साभार
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